आदिवासी भाषा का समस्या को दूर कराने के लिया टाटा स्टील हॉस्पिटल में नोवामुंडी के गांव से तीन स्थानीय लड़की को नर्सों की नियुक्ति की किया गया। यह तीनो लड़की नर्सों आदिवासी हो भाषा बोलती हैं और समझ ती है। जनवरी 2021 में कातीकोड़ा गांव की मयंती मुंडुइया ने पदापहाड़ गांव की सुकुरमनी बलमुचू और पाताहातू गांव की मलिना कोड़ा के साथ नर्स के रूप में टाटा स्टील हॉस्पीटल ज्वाइन की थी। नोवामुंडी में टाटा स्टील अस्पताल एक माध्यमिक देखभाल अस्पताल है, जो नोवामुंडी में और उसके आसपास समुदाय को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। 1925 में स्थापित यह अस्पताल आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस है और इसमें डॉक्टरों की एक टीम भी है जो विशेषज्ञ चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।
Dissatisfaction with Hemant Soren is increasing over the language dispute.
Jharkhand:- Dissatisfaction with Hemant Soren is increasing over the language dispute. The question of the Jharkhand government is rising over...