Ganesh puja 2021 : हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार, गणेश चतुर्थी हाथी के सिर वाले देवता गणेश का जन्म है। भगवान गणेश को समृद्धि और ज्ञान का देवता माना जाता है। यह दिन भाद्रपद (अगस्त-सितंबर) के महीने के चौथे दिन मनाया जाता है, जो हिंदू कैलेंडर के छठे महीने में आता है। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता माना जाता है, जो जीवन में सभी बाधाओं को दूर करते हैं।

त्योहार की शुरुआत घरों में एक उठे हुए मंच पर गणेश की मूर्तियों को रखने से होती है। उपनिषदों के मंत्रों के जाप से घरों को विस्तृत रूप से सजाया गया है। पूजा करते समय मूर्ति को चंदन के लेप और फूलों से अर्पित किया जाता है।
इस त्योहार की विशेषता ‘मोदक’ है जो कि भगवान गणेश का पसंदीदा भोजन माना जाने वाला मीठा पकौड़ी है। सनातन धर्म में प्रत्येक कार्य के प्रारंभ में उनकी पूजा भी की जाती है।
Ganesh puja 2021 की शुभ मूहरत और पूजा का समय।
द्रिकपंचांग के अनुसार इस वर्ष गणेश चतुर्थी 10 सितंबर 2021 को मनाई जा रही है।वैदिक ज्योतिष के अनुसार, पूजा विधि के लिए सबसे उपयुक्त समय सुबह 11:03 बजे से दोपहर 01:33 बजे तक है। दिन के मध्याना भाग में समय 02 घंटे 30 मिनट की अवधि के लिए जारी है।
गणेश विसर्जन।
भगवान गणेश की विदाई के दिन को ‘अनंत चतुर्दशी’ के रूप में जाना जाता है। त्योहार का समापन एक विशाल जुलूस के साथ होता है, जिसके बाद ढोल की थाप, भक्ति गीत, नृत्य, और स्थानीय जल निकायों जैसे नदियों, समुद्रों या झीलों में मूर्तियों को विसर्जित करके खुशी मनाई जाती है। यह त्योहार कई दिनों तक चलता है और इसे गणेश महोत्सव कहा जाता है।